पति पत्नी के बीच उत्पन्न मतभेद को समाप्त करने का संदेश देता है नाटक “जब वी सेपरेटेड”

एक परिवार को आपसी विचारधाराओं की सहमति से चला जा सकता है आज थोड़ी सी गलती के कारण पति पत्नी के बीच आपसी रिश्तो में दरार आ रही है हमारे भी समझ में सैकड़ों ऐसे मामले देखने को मिल जाएंगे। ऐसे बिगड़ते हालातों में आपसी संबंधों में गुंजाइश हो इस बात को दर्शाते हुए नाटक “जब वी सेपरेटड” का 2 अक्टूबर को दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में आयोजन किया गया। इस नाटक के मंचन में छोटे पर्दे की मशहूर अभिनेत्री श्वेता तिवारी, राहुल भूचर जोरदार अभिनय का प्रदर्शन किया, साथ ही बहु प्रसिद्ध अभिनेता व लेखन राकेश बेदी ने जीवन की सच्चाई को समाज के सामने किया नाटक का उद्देश्य आधुनिक समय में जब नव दंपति छोटी-छोटी बातों को लेकर आपसी रिश्ते को खराब कर लेते है यहां आपसी समझ ना के बराबर होती है और ऐसे रिश्ते को थोड़ी सी समझदारी से आसानी से निपटा जा सकता है शो में दिखाया गया कि संबंधों को समाप्त करना या तलाक ही रास्ता नहीं है 


वहीं राकेश बेदी ने उन लोगों का दर्द भी उकेरा जो वृद्ध अवस्था में जीवन यापन कर रहे हैं उन्होंने यह बताने की भी कोशिश की, कि हम वृद्धो की अनदेखी ना करें । यह भी सबसे मिलना चाहता है, बातें करना चाहता है अकेले जीवन काटना सरल नहीं होता। उन्होंने नाटक के माध्यम से बताने की कोशिश की कि दांपत्य जीवन की कड़वाहट हमेशा के लिए आपसी संबंधों को खराब कर देती है और जिसका तलाक तो कतई हल नहीं हो सकता है ऐसे में समाज रिश्तेदारों का रोल होता है कि यदि इस प्रकार का विश्वास रखते हैं तो उसे समझाने का प्रयास करें उपस्थित दर्शकों को नाटक बहुत अच्छा लगा उपस्थित दर्शकों को नाटक बहुत अच्छा लगा तो उन्होंने सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में बड़ा संदेश मिलता है साथ ही हमारे जीवन से जुड़े कई बिंदुओं का प्रशन भी उठा है कि हम किस ओर जा रहे हैं हम विवाद की जड़ पर पानी डालने की वजह आपसी तालमेल के साथ जीवन हंसी-खुशी गुजार सकते हैं।

 दिल्ली से रोहित बिसाईया की रिपोर्ट

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